मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान - एक राष्ट्रसमर्पित विचारधारा

मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान - एक राष्ट्रसमर्पित विचारधारा

पब्लिक रिलेशन हेल्प फाउंडेशन - हरियाणा

 भारतभूमि केवल एक भौगोलिक संरचना नहीं, बल्कि करुणा, सेवा और त्याग की आत्मा है। यहाँ मनुष्यता केवल साँस लेने तक सीमित नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन को संवारने में भी अग्रिम है। यही कारण है कि जब समाज में असहाय पीड़ितों, शोषितों और बीमारों लोगो की आवाज सुनाई देती है, तब हमारी आत्मा बेचैन हो उठती है। ऐसी ही करुणा व बेचैन स्वर से जन्मी है एक विचारधारा जिसका नाम – मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान है। यह कोई संस्था नही है, न कोई संगठन हैं, न कोई पंजीकृत नाम – यह तो एक भावना है, एक पुकार है, और उससे भी अधिक एक जन जागृत-आन्दोलन है। यह विचारधारा किसी कार्यालय की चारदीवारी में नहीं, बल्कि अस्पताल की पीड़ा से, थैलेसीमिया से जूझते बच्चों की नन्हीं आँखों से, प्रसव पीड़िता माँओं की सिसकियों से, कैंसर मरीजों की चुप प्रार्थनाओं से और दुर्घटनाग्रस्त राहगीरों की टूटी साँसों से निकलकर हमारे दिलों तक पहुचती है। यह कोई प्रचार का मंच नहीं, बल्कि निस्वार्थ व स्वेच्छिक सेवा का संग्राम है। जिसका उद्देश्य —भारत के हर घर को रक्तदान से जोड़ना है, ताकि हर घर रक्तदाता – घर घर रक्तदाता बन सके। जब एक घर से एक व्यक्ति नियमित रक्तदाता बनेगा, तब देश में रक्त की कमी से कोई भी जीवन नही बुझेगा।

हर घर रक्तदाता – घर घर रक्तदाता
मिशन रक्तक्रान्ति हिंदुस्तान - निम्ति

यह आंदोलन समाज के उस हिस्से को संबोधित करता है जो अक्सर पीछे रह जाता है—ग्रामीण भारत, पहाड़ी कस्बे, आदिवासी क्षेत्र, और वो शहर जहाँ लोग रक्त की कमी से अपने परिजनों को खो देते हैं। यह विचारधारा कहती है कि रक्तदान केवल सेवा नहीं, बल्कि जीवन का उत्सव है। यह हमें स्वयं की सीमाओं से ऊपर उठाकर संपूर्ण समाज के लिए उपयोगी बनाता है। जब कोई थैलेसीमिया पीड़ित बच्चा समय पर रक्त पाकर जीवन जीता है, तो सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बचता, बल्कि एक पीढ़ी मुस्कराती है।

श्री वीर विरसा मुंडा - न्यू अलीपुरद्वार
हर घर रक्तदाता बनाएं, जीवन की डोर बचाएं।
मानवता का दीप जलाएं, रक्तदान को पर्व बनाएं।

मिशन रक्तक्रान्ति - नेपाल
हर बूँद में जीवन है, हर संकल्प में भारत है।

हमने देखा है कि सरकारें योजनाएँ बनाती हैं, अस्पताल सुविधाएँ जुटाते हैं, लेकिन जब समाज साथ नहीं देता, तब व्यवस्था अधूरी रह जाती है। मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान यही चेतना फैलाता है कि रक्त की व्यवस्था सिर्फ सरकार का काम नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। यह आंदोलन किसी पार्टी, धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र से नहीं बँधा है—यह हर भारतवासी की जिम्मेदारी को उसकी आत्मा से जोड़ता है।

महादेव सेवा फाउंडेशन - आसनसोल- पश्चिम बंगाल

हमारी मांसपेशियाँ सिर्फ जिम में नहीं, किसी की साँसों को बचाने में लगनी चाहिए

हमारी ऊर्जा सिर्फ प्रदर्शन में नहीं, समाधान में लगनी चाहिए।

इस विचारधारा की सबसे बड़ी विशेषता है—न कोई पद, न कोई चंदा, न कोई प्रचार, केवल सेवा की पुकार। कोई भी नागरिक, संस्था या समूह, चाहे वह भारत के किसी भी कोने में रहता हो, इस महा-अभियान का हिस्सा बन सकता है। अपने गाँव, अपने शहर, अपने ब्लॉक में एक रक्तदान शिविर का आयोजन ही इस विचारधारा का विस्तार है। न तो कोई पंजीकरण ज़रूरी है और न ही कोई छवि चमकाने की आवश्यकता—यहाँ केवल सेवा ही पहचान है। 

जब देश का युवा इस आंदोलन से जुड़ेगा, तब न केवल रक्त मिलेगा, बल्कि राष्ट्र को एक नई दिशा भी मिलेगी। युवाओं को यह समझने की ज़रूरत है कि उनकी उर्जा केवल भाषणों में नहीं, रक्तदान की बूँदों में भी दिखे। जिस दिन कॉलेज और विश्वविद्यालयों में हर छात्र रक्तदान को गौरव समझेगा, उस दिन भारत में रक्त की कमी का अध्याय समाप्त हो जाएगा।

रक्त का कोई कारखाना नहीं होता – यह केवल दिलों से दिलों तक पहुँचता है।
मिशन रक्तक्रान्ति हिंदुस्तान - चौटाला - हरियाणा
हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, बिहार, नेपाल

हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति रक्त की आवश्यकता का शिकार कभी भी बन सकता है। आज हम किसी को रक्त दे रहे हैं, कल वही मानवता किसी और के माध्यम से हमें जीवन दे सकती है। यह विचारधारा हमें सिखाती है कि दान केवल वस्तु का नहीं होता, दान भावना का होता है। जब हम रक्तदान करते हैं, तब हम न केवल किसी की साँसे बचाते हैं, बल्कि अपने भीतर सोई हुई मानवता को भी जागृत करते हैं।



रक्तदान है जीवनदान – यही है मानवता का सम्मान

आज देश के कई राज्य, अनेक जिले, अनेक गाँव और कस्बे इस आंदोलन से जुड़ चुके हैं। ये सब बिना किसी संस्था, बिना किसी पदनाम, केवल संवेदना और सेवा के आधार पर कार्य कर रहे हैं। कोई रिटायर्ड अधिकारी है तो कोई छात्र, कोई महिला संगठन है तो कोई युवा समूह—सबके दिल में एक ही पुकार है, सेवा के लिए जीना है।

मिशन रक्तक्रान्ति हिंदुस्तान-- रूड़की - उत्तराखंड

मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान केवल रक्त दान के लिए ही कार्य नही करता बल्कि—यह एक राष्ट्र समर्पित संवेदना के रूप में उन आँखों में उजाला लाता है जो उम्मीद खो चुके हैं। यह उन माँओं को जीने की आशा देता है जो अपने बच्चों की जान बचाने के लिए तड़प रही हैं। यह उन डॉक्टरों की मदद करता है जो समय पर रक्त न होने के कारण कुछ नहीं कर पाते हैं।

मानवता की सेवा ही सच्ची देशभक्ति है।
मिशन रक्तक्रान्ति हिंदुस्तान -- उत्तर प्रदेश
सोनभद्र-उत्तर प्रदेश
भारत के कई राज्य के रक्तदाता व समाजसेवी संस्थायें

आज हमें एकजुट होकर, एक स्वर में, एक संकल्प के साथ आगे बढ़ना है। हमें देश को केवल भाषणों से नहीं, सेवा से जोड़ना है। अब समय है कि हम केवल आलोचना न करें, केवल समस्या न गिनाएं, बल्कि समाधान का हिस्सा बनें। हमें उस भारत की रचना करनी है जहाँ कोई माँ रक्त के लिए न रोए, कोई बच्चा थैलेसीमिया से लड़ते हुए जान न गवाएं और कोई नागरिक असहाय व अकेला महसूस न करें। 

सिर्फ इन्कार नहीं, अब संकल्प चाहिए – भारत को रक्तदाता परिवार चाहिए।


"मिशन रक्तक्रांति हिंदुस्तान" के अंतर्गत कोई औपचारिक सदस्यता नहीं होती, न ही किसी प्रकार का आर्थिक लेन-देन। यह एक खुला मंच है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने जिले, ब्लॉक, गाँव या शहर में समय-समय पर रक्तदान शिविर आयोजित कर सकता है। आयोजन की जानकारी, प्रेरक कहानियाँ और अनुभव साझा करना ही इस विचारधारा का विस्तार है। देश के विभिन्न राज्यों के समर्पित नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, ब्लड बैंक से जुड़े कर्मचारी, डॉक्टर, पत्रकार, युवा संगठन आदि इस विचारधारा से जुड़कर अपने-अपने क्षेत्र में रक्तदान अभियान चला रहे हैं। सभी का उद्देश्य केवल एक है – निस्वार्थ व स्वैच्छिक रूप से असहाय , पीड़ित व शोषितों की सेवा व सहायता करना।

✍️Rgds...Blood-Donor Naresh Sharma
जय हिन्द! जय जीवनरक्षक!
मिशन रक्तक्रान्ति - भारत- नेपाल















0/Post a Comment/Comments

आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है। कृपया संयमित भाषा में कमेंट करें।

और नया पुराने