ऐतिहासिक जश्न
इस साल, भारत ने अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस अत्यंत गर्व, एकता और उम्मीद के वातावरण में मनाया। पूरे देश में “नया भारत” थीम के साथ समारोहों की शुरुआत हुई, जिसका लक्ष्य स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को आगे बढ़ाते हुए देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का साझा संकल्प था।
देशभर में सुबह से ही लोगों में उत्साह देखने को मिला – कश्मीर से कन्याकुमारी, असम से गुजरात तक हर गली, गाँव और शहर में तिरंगे की आन-बान-शान में विविध रंग छा गए। 'हर घर तिरंगा' अभियान की विरासत को आगे बढ़ाते हुए घर-घर तिरंगे फहराए गए, रेलवे स्टेशन, स्कूल, सरकारी इमारतें, पुल, सड़कें, और राज्य स्मारकों को राष्ट्रीय रंगों में रोशन किया गया।
स्वतंत्रता दिवस के जश्न में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, देशभक्ति गीतों, स्कूली बच्चों की रंगारंग झांकियों, एनसीसी और सैन्य टुकड़ियों की परेड तथा विशेष झांकी–आदिवासी नायक नायिकाओं, विज्ञान, तकनीक, कृषि और नवाचार पर थी, जिसने देश की विविधता व इनोवेशन की ताकत को दर्शाया।
2025 का स्वतंत्रता दिवस न सिर्फ हाल की उपलब्धियों का उत्सव बना, बल्कि सबको एक साझा लक्ष्य की याद दिलाने का मौका भी बना—'नए भारत' के निर्माण में हर नागरिक का रोल अहम है। प्रधानमंत्री ने इसी पूरे माहौल में देशवासियों को संबोधित करते हुए, स्वतंत्र भारत की समृद्धि, सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और विश्व में मान बढ़ाने के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया।
लाल किले से प्रधानमंत्री का ऐतिहासिक संबोधन
लाल किले से 12वीं बार लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक भाषण दिया, जो अब तक के उनके सबसे लंबे संबोधन (103 मिनट) में गिना गया। उनका भाषण उत्साह, आत्मविश्वास और देशभक्ति से भरा था, जिसमें उन्होंने बीते 10 सालों की उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ-साथ आने वाले वर्षों की योजना का विस्तार से उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत 'नया भारत' की भावना और देश की सांस्कृतिक-ऐतिहासिक विरासत को नमन करते हुए की। उन्होंने देशवासियों से जीत, प्रगति और आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों की ओर मिलकर बढ़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम में सेना, पुलिस और नागरिकों सहित समाज के विविध वर्गों के उत्कृष्ट योगदान का उल्लेख किया।
इस भाषण की सबसे बड़ी बातें रहीं—देश की अस्मिता और सुरक्षा के लिए 'मिशन सुदर्शन चक्र' का शुभारंभ। प्रधानमंत्री ने बताया, यह कार्यक्रम भारतीय रक्षा प्रणाली को सुरक्षित और उन्नत बनाएगा, साथ ही आंतरिक सुरक्षा का स्वदेशी तंत्र तैयार करेगा। उन्होंने देश के पहले स्वदेशी सेमीकंडक्टर के उत्पादन का ऐलान किया, जिससे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और डिफेंस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होगा।
प्रधानमंत्री ने विशेष जोर युवाओं पर लेते हुए 'पीएम विकसित भारत रोजगार योजना' का शुभारंभ किया, जिसके तहत 1 लाख करोड़ रुपए से 3.5 करोड़ नए रोजगार सृजित होंगे। साथ ही, GST सुधारों की घोषणा को ‘दीवाली का उपहार’ बताते हुए आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स घटाने का वादा किया।
देश की शक्ति, युवा जोश, तकनीकी विकास, ऊर्जा और पर्यावरण पर संतुलन, तथा अंतरराष्ट्रीय संबंधों की मजबूती पर प्रधानमंत्री मोदी ने विस्तार से चर्चा की और देश को एक मजबूत, सुरक्षित तथा विकसित भारत के सपने को साकार करने का संकल्प दिलाया।
मिशन सुदर्शन चक्र: स्वदेशी रक्षा प्रणाली
प्रधानमंत्री ने 'मिशन सुदर्शन चक्र' का ऐलान किया, जिसका उद्देश्य इजराइल के 'आयरन डोम' की तरह पूरी तरह स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम तैयार करना है। यह साल 2035 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस सिस्टम से महत्वपूर्ण नागरिक और सैन्य केंद्रों को आतंकी व बाहरी खतरों से तकनीकी ढंग से सुरक्षा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अभियान रक्षा क्षेत्र में स्वावलंबन और वैज्ञानिक शोध का बड़ा उदाहरण बनेगा, जिसमें भारतीय युवाओं, वैज्ञानिकों और रक्षा इंजीनियरों का विशेष योगदान रहेगा।
प्रथम भारतीय सेमीकंडक्टर चिप्स: तकनीकी आत्मनिर्भरता
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि भारत में पहली बार पूरी तरह स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप्स 2025 के अंत तक बाजार में आ जाएंगी। दशकों तक इस क्षेत्र में पिछड़ने के बाद यह पहल भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, रक्षा और डिजिटल सेक्टर में गेमचेंजर साबित होगी। इससे न केवल आयात पर निर्भरता कम होगी, बल्कि करोड़ों युवाओं को हाई-टेक इंडस्ट्री में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
पीएम विकसित भारत रोजगार योजना
सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए की 'पीएम विकसित भारत रोजगार योजना' शुरू की, जिसका उद्देश्य देशभर के युवाओं के लिए रोजगार के 3.5 करोड़ नए अवसर पैदा करना है। निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी हासिल करने वाले युवाओं को 15,000 रुपए सरकार की ओर से सीधे मिलेगा, साथ ही कंपनियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह योजना युवाओं, स्टार्टअप्स और एमएसएमई सेक्टर को सशक्त बनाकर रोजगार के नया माहौल बनाएगी।
नए GST सुधार: दिवाली का तोहफा
प्रधानमंत्री ने दिवाली से पहले ज़रूरी उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी में कमी करने का ऐलान किया। उन्होंने इसे एक ‘डबल दिवाली’ बताया, जिससे आम लोगों की जेब पर बोझ कम होगा और महंगाई पर रोक लगेगी। इस पहल का उद्देश्य खाद्य पदार्थों और रोजमर्रा की जरूरत की चीजों पर टैक्स घटाकर जीवन को आसान बनाना है।
समुद्र मंथन मिशन: ऊर्जा और संसाधन खोज
प्रधानमंत्री ने 'समुद्र मंथन मिशन' की घोषणा की, जिसमें देश की समुद्री सीमाओं में तेल, प्राकृतिक गैस, और खनिजों की खोज के लिए विशेष अनुसंधान अभियान चलाया जाएगा। इसका लक्ष्य भारत को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना, समुद्र विज्ञान और बंदरगाह विकास में अग्रणी बनाना है।
ऊर्जा विस्तार अभियान
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत की सौर ऊर्जा क्षमता 11 वर्षों में 30 गुना बढ़ी है और अब 2047 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना करने का लक्ष्य है। जल ऊर्जा, हाइड्रोजन, और डैम निर्माण पर नई योजनाओं की शुरुआत की जाएगी, जिससे देश स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु सुरक्षा में अग्रणी बनेगा।
सुधार टास्क फोर्स: 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था
देश की नीतियों, कानूनों और सरकारी प्रक्रियाओं को अत्याधुनिक बनाकर भारत को 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 'रिफॉर्म टास्क फोर्स' का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स स्टार्टअप्स, MSMEs, और युवाओं के लिए कानूनों को सरल बनाएगी, अनावश्यक कागजी कार्रवाई कम करेगी, बाजार अनुकूल सुधार करेगी और व्यापार को आसान बनाएगी। इसका मकसद वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भारत का निर्माण है।
संस्कृति, सम्मान और अंतरराष्ट्रीय संबंध
79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देशभर के सफाई कर्मियों, सैनिकों, वैज्ञानिकों, और खिलाड़ियों को विशेष सम्मान मिला। समारोह में रूस, इज़राइल सहित कई देशों ने भारत को शुभकामनाएं भेजीं। मुंबई में ‘शोले’ फिल्म की 50वीं वर्षगांठ पर विशेष तिरंगा पोस्टकार्ड जारी किया गया, जिससे सिनेमा, कला, और देशभक्ति की झलक मिली। हर राज्य में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, नृत्य और झांकियां, तिरंगा रैलियां, और ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने लोगों में एकता और गर्व की भावना जगाई।
स्वतंत्रता दिवस 2025 सिर्फ सरकार की घोषणाओं और योजनाओं का नहीं, बल्कि देश की एक अरब से अधिक जनता के संकल्प, जोश और राष्ट्रभक्ति का उत्सव भी बना। 'नया भारत' का सपना साकार करने के लिए सरकार, विज्ञान, उद्योग, युवा और समाज का योगदान मिलकर रंग ला रहा है। देश की सुरक्षा, विकास, रोजगार, तकनीक, संस्कृति और सम्मान—हर क्षेत्र में नए इतिहास लिखने का संकल्प आज हर भारतीय की आंखों में चमक बनकर दिखा।
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है। कृपया संयमित भाषा में कमेंट करें।