सेवा और श्रद्धा का संकल्प: वीरों को समर्पित रक्तदान अभियान

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सेवा और श्रद्धा का संकल्प

🔥 “ऐतिहासिक महादान : भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और वीरता को समर्पित”

आज ठियोग की पवित्र धरती पर सेवा, समर्पण और राष्ट्रप्रेम का अद्भुत संगम देखने को मिला। मोनिशा चौहान फाउंडेशन और रिदम बॉयज ठियोग ने मिलकर एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें 133 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। यह आयोजन केवल मानवता की सेवा के लिए नहीं था, बल्कि भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता को समर्पित था। ऑपरेशन सिंदूर में हमारे जांबाज़ सैनिकों ने जो शौर्य दिखाया, उसी को सम्मान देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
“रक्तदान जीवनदान है, इसे अपनाइए – देश की सेवा में कदम बढ़ाइए!”

मोनिशा चौहान फाउंडेशन: सेवा, संस्कार और संस्कृति का अद्भुत संगम

मोनिशा चौहान फाउंडेशन केवल एक संस्था नहीं, बल्कि समाज में सेवा, समर्पण और संस्कार का जीवंत उदाहरण है। यह फाउंडेशन वर्षों से समाजसेवा, स्वास्थ्य जागरूकता और वंचितों की सहायता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनके हर कार्य के पीछे एक स्पष्ट और पवित्र उद्देश्य छिपा होता है — मानवता की सच्ची सेवा। इस संस्था का कार्यक्षेत्र केवल रक्तदान तक सीमित नहीं है। उनका योगदान हर उस क्षेत्र में है, जहाँ समाज को उनकी आवश्यकता है।
किसी गरीब या असहाय का घर बनवाना, ताकि उसके सिर पर छत हो।
नशे के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चलाना, ताकि हमारी युवा पीढ़ी बर्बादी के रास्ते से बच सके।
परम्परागत खेलों को पुनर्जीवित करना, ताकि हमारी खेल संस्कृति और ग्राम्य जीवन की पहचान बची रह सके। फाउंडेशन का कार्य केवल भौतिक सहायता तक सीमित नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्थान में भी है। वे समय-समय पर धार्मिक यात्राएँ आयोजित कराते हैं, ताकि लोगों की आस्था और परम्पराएँ मज़बूत हों। गाँवों के परिवेश को बेहतर बनाने के प्रयास, सामाजिक जागरूकता अभियान, और स्थानीय संस्कारों को सहेजने की पहल — यह सब मिलकर मोनिशा चौहान फाउंडेशन को एक साधारण संस्था नहीं, बल्कि एक संस्कृति वाहक बनाते हैं।

इन सब कार्यों के पीछे एक गहरी सोच है —
सेवा को कर्म मानना, संस्कारों को जीवन में उतारना, और संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुँचाना। संस्था का हर कदम इस विचारधारा को साकार करता है कि सेवा केवल दान नहीं, बल्कि एक संस्कार है। यह संस्कार हमें यह सिखाता है कि समाज में हम केवल अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी उत्तरदायी हैं। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तब असल में हम अपनी आत्मा को ऊँचा उठाते हैं। यही विचार फाउंडेशन को एक विशिष्ट स्थान देता है — यह संस्था मानवता के हर क्षेत्र में एक प्रेरक शक्ति बन चुकी है।

रिदम बॉयज ठियोग की गौरवशाली परंपरा

रिदम बॉयज ठियोग का नाम समाजसेवा के क्षेत्र में पिछले तीन दशकों से अपनी एक अनूठी पहचान बनाए हुए है। यह केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक प्रेरणा, एक विश्वास, और एक आस्था का नाम है। उनकी युवा टीम, जो अपनी ऊर्जा, साहस और उत्साह के लिए जानी जाती है, जो प्रत्येक शिविर को केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन में बदल देते हैं।  रिदम बॉयज ठियोग का हर सदस्य अपने आप में एक संस्था है। उनकी सोच यह नहीं कि सेवा केवल बड़ा मंच माँगती है; बल्कि वे मानते हैं कि समाज के कल्याण के लिए हर छोटी-बड़ी मदद, हर सहयोग, हर सकारात्मक पहल मायने रखती है। वे हर क्षण, हर परिस्थिति में समाज के उत्थान के लिए तैयार रहते हैं 

भारतीय सेना के शौर्य को समर्पण

यह आयोजन भारतीय सेना के उन अदम्य योद्धाओं को समर्पित था, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शौर्य, बलिदान और राष्ट्रप्रेम का उदाहरण प्रस्तुत किया। हम सब उनके प्रति अपने प्रेम और श्रद्धा को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते, पर यह रक्तदान शिविर एक छोटी-सी कोशिश है, उनकी वीरता को नमन करने की। जब हम मानवता की सेवा करते हैं, तो वास्तव में हम अपने वीर सैनिकों के आदर्शों का पालन करते हैं। यही हमारी असली श्रद्धांजलि है।

रक्तदाताओं को धन्यवाद

इस शिविर में भाग लेने वाले सभी रक्तदाताओं को दिल से धन्यवाद! आपने केवल रक्त नहीं दिया, बल्कि आशा, जीवन और प्यार दिया। आपका यह योगदान उन थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए अमूल्य है, जिन्हें हर पंद्रह दिन में रक्त की जरूरत होती है; उन दुर्घटना पीड़ितों के लिए जीवनदायिनी है, जिनकी साँसें रक्त के बिना रुक सकती हैं; और उन मरीजों के लिए संजीवनी है, जो अस्पतालों में रक्त की प्रतीक्षा करते हैं।

नए रक्तदाताओं के लिए प्रेरणा

नए रक्तदाताओं के लिए विशेष संदेश: डर को छोड़िए, सेवा को अपनाइए। रक्तदान बिल्कुल सुरक्षित प्रक्रिया है, जिससे आप दूसरों का जीवन बचा सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं। एक यूनिट रक्त तीन ज़िंदगियों को बचा सकता है – क्या इससे बड़ा कोई पुण्य हो सकता है? आइए, हम हर तीन महीने में नियमित रक्तदान का संकल्प लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

 संदेश

आइए, हम सब मिलकर यह प्रण लें कि हम रक्तदान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएँगे। हम न केवल स्वयं रक्तदान करेंगे, बल्कि अपने मित्रों, परिवार और समाज को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। यह केवल सेवा नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारा प्रेम, समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी, और मानवता के प्रति हमारी निष्ठा है। यही वीरों की सच्ची श्रद्धांजलि है, यही असली राष्ट्रसेवा है।

“रक्तदान करें, वीरों को सम्मान दें – मानवता के दीप जलाएँ, जीवन बचाएँ।”
“एक यूनिट रक्त, एक नई जिंदगी – यही है हमारा संकल्प।”

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© 2025 ✍️ Naresh Sharma – Sankalp Seva | यह रचना भारतीय सेना के अदम्य शौर्य, बलिदान और राष्ट्रसेवा को समर्पित है।

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